Thursday, 4 September 2014

केजरीवाल की ताकत बढ़ा रही है भाजपा?

केजरीवाल की ताकत बढ़ा रही है भाजपा?

अब तक चुनाव की कोई आस नहीं

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के दिल्ली के मुख्यंत्री पद से इस्तीफे और राजधानी में राष्ट्रपति शासन लागू हुए छह महीने बीत चुके हैं लेकिन अब भी यहां विधानसभा चुनाव होने की कोई सूरत नहीं दिखती।

इस बारे में अटकलबाजियों का दौर जारी है। जबकि इस दौरान विधायकों को खरीदने और आम आदमी पार्टी में फूट डालने की भाजपा की कोशिशें सामने आ चुकी हैं।

अब इस बात की चर्चा गर्म है मोदी की लोकप्रियता में कमी और कुछ राज्यों में विधानसभा उपचुनावों में भाजपा की हार ने उसके कार्यकर्ताओं को और हताश कर दिया है। वह किसी भी तरह सौदेबाजी करके या फिर आप के विधायकों को लालच देकर दिल्ली में सरकार बनाने की जुगत में है।

'आप' विधायकों के तोड़े बगैर दिल्ली में भाजपा की सरकार कतई नहीं बन सकती। सोमवार को अरविंद केजरीवाल ने एक वेबसाइट से कहा उन्हें यह समझ नहीं आ रहा है कि अगर मोदी लहर की वजह से भाजपा को लोकसभा में भारी जीत मिली तो अब क्यों वह विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरने से कतरा रही है। क्या उसे हारने का डर लगा हुआ है।

No comments:

Post a Comment