शिक्षक दिवस पर छात्रों से सीधे रूबरू होंगे पीएम
सरकारी स्कूलों में शिक्षक दिवस का महत्व इस साल सबसे अलग होगा। शिक्षक दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सीधे छात्रों से रूबरू होंगे।
इसके लिए सभी स्कूलों को एजुसेट की व्यवस्था करनी होगी। इस संबंध में शिक्षा निदेशालय ने आदेश जारी कर दिया है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव सुरीना राजन ने वीडियो कांफ्रेंसिंग करके निर्देश दिया कि सरकारी स्कूलों में शिक्षक दिवस एकमात्र औपचारिकता बनकर रह गया है।
शिक्षक और छात्र के धूमिल होते रिश्तों को दोबारा खड़ा करने के लिए इसे विशेष दिवस के रूप में मनाना पड़ेगा। सभी सरकारी स्कूलों में एजुसेट के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अलग-अलग समय पर छात्रों और शिक्षकों से रूबरू होंगे।
स्कूलों में सभी शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य होगी और इसके लिए औचक निरीक्षण का काम शिक्षा निदेशालय करेगा। वहीं, दूसरी तरफ पूरे कार्यक्रम की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर तीन बजे से पौने पांच बजे तक संबोधित करेंगे। दूरदर्शन, स्कूलों के एजुसेट और स्थानीय चैनलों पर इसका सीधा प्रसारण किया जाएगा।
दूरदराज के क्षेत्रों में छात्रों की संख्या के आधार पर स्थानीय सरपंच, वार्ड सदस्य, प्रशासन की मदद से टीवी सेट का प्रबंध करना होगा। साथ ही जनरेटर और इनवर्टर की व्यवस्था भी करनी होगी।
सीएम बताएंगे महत्व
सुबह साढ़े ग्यारह बजे मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा शिक्षकों और छात्रों को संबोधित करेंगे। छात्रों के जीवन में शिक्षक की भूमिका पर मुख्यमंत्री अपना संबोधन देंगे। इसके साथ डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रृद्धांजलि दी जाएगी।
स्कूलों में होंगे कार्यक्रम
स्कूलों में निबंध, वाद विवाद, पोस्टर बनाना, स्लोगन लेखन, शिक्षकों योगदान से संबंधित यादगार पल, चित्रकला, कविता पाठ, सामूहिक गान, गाना प्रतियोगिता, नाटक, नृत्य और फैंसी ड्रेस का आयोजन होगा। इस संबंध में शिक्षा निदेशालय ने निर्देशित कर दिया है।
इसके लिए सभी स्कूलों को एजुसेट की व्यवस्था करनी होगी। इस संबंध में शिक्षा निदेशालय ने आदेश जारी कर दिया है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव सुरीना राजन ने वीडियो कांफ्रेंसिंग करके निर्देश दिया कि सरकारी स्कूलों में शिक्षक दिवस एकमात्र औपचारिकता बनकर रह गया है।
शिक्षक और छात्र के धूमिल होते रिश्तों को दोबारा खड़ा करने के लिए इसे विशेष दिवस के रूप में मनाना पड़ेगा। सभी सरकारी स्कूलों में एजुसेट के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा अलग-अलग समय पर छात्रों और शिक्षकों से रूबरू होंगे।
स्कूलों में सभी शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य होगी और इसके लिए औचक निरीक्षण का काम शिक्षा निदेशालय करेगा। वहीं, दूसरी तरफ पूरे कार्यक्रम की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर तीन बजे से पौने पांच बजे तक संबोधित करेंगे। दूरदर्शन, स्कूलों के एजुसेट और स्थानीय चैनलों पर इसका सीधा प्रसारण किया जाएगा।
दूरदराज के क्षेत्रों में छात्रों की संख्या के आधार पर स्थानीय सरपंच, वार्ड सदस्य, प्रशासन की मदद से टीवी सेट का प्रबंध करना होगा। साथ ही जनरेटर और इनवर्टर की व्यवस्था भी करनी होगी।
सीएम बताएंगे महत्व
सुबह साढ़े ग्यारह बजे मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा शिक्षकों और छात्रों को संबोधित करेंगे। छात्रों के जीवन में शिक्षक की भूमिका पर मुख्यमंत्री अपना संबोधन देंगे। इसके साथ डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन को श्रृद्धांजलि दी जाएगी।
स्कूलों में होंगे कार्यक्रम
स्कूलों में निबंध, वाद विवाद, पोस्टर बनाना, स्लोगन लेखन, शिक्षकों योगदान से संबंधित यादगार पल, चित्रकला, कविता पाठ, सामूहिक गान, गाना प्रतियोगिता, नाटक, नृत्य और फैंसी ड्रेस का आयोजन होगा। इस संबंध में शिक्षा निदेशालय ने निर्देशित कर दिया है।
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