मेमोरियल में छिपा अबे के भारत प्रेम का राज
शिंजो अबे के भारत प्रेम का राज जापान की राजधानी टोक्यो में बने एक मेमोरियल में छिपा है। ये मेमोरियल राधा बिनोद पॉल का है, जो 1946 में दूसरे विश्वयुद्घ के युद्घ अपराधियों पर चले एक मुकदमे के जज थे।
टोक्यो के विवादित यासुकुनी मकबरे की जमीन पर बना पॉल मेमोरियल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस होटल से महज चार किमी की दूरी पर था, जहां वह ठहरे थे।
दरअसल, चालीस के दशक में पॉल कलकत्ता हाईकोर्ट के जज थे। उन्हें 11 जजों के उस पैनल में शामिल किया गया था, जिसे युद्घ अपराध में शामिल जापानी नेताओं के मुकदमे की सुनवाई करनी थी। उन 11 जजों में केवल पॉल ने ही जापानी नेताओं को युद्घ अपराधों का दोषी नहीं माना था। उन्हें निर्दोष करार दिया था।
टोक्यो के विवादित यासुकुनी मकबरे की जमीन पर बना पॉल मेमोरियल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस होटल से महज चार किमी की दूरी पर था, जहां वह ठहरे थे।
दरअसल, चालीस के दशक में पॉल कलकत्ता हाईकोर्ट के जज थे। उन्हें 11 जजों के उस पैनल में शामिल किया गया था, जिसे युद्घ अपराध में शामिल जापानी नेताओं के मुकदमे की सुनवाई करनी थी। उन 11 जजों में केवल पॉल ने ही जापानी नेताओं को युद्घ अपराधों का दोषी नहीं माना था। उन्हें निर्दोष करार दिया था।
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